18 ईसु ते भुत ने वड्यो, अने तीहयो भुत तीना सोरा मे गेथो नकळी ज्यो। अने तीहयु सोरु तेत्री घड़ी आरगु हय ज्यु।
ईसु पासो फीरीन तीने देख्यो अने केदो, “बेटी हीम्मत राख; तारो भरहो तने वारु करलो से।” अळतेण तीहयी बयर तत्यारुत वारु हय जी।
तीनी वात ह़मळीन ईसु केदो, “ओ बयर! तारो भरहो घणो मोटो से, तारी मरजी पुरी हये।” अने तेतरी घड़ी तीनी बेटी वारु हय जी।
अळतेण माणहु एक आंदळा माणेह ने ईसुन्तां लाया, तीहयु गुंगु बी हतु। अने भुत लागलु हतु। ईसु तीने आरगो कर्यो। अने तीहयो बोलवा अने देखवा बाज ज्यो।
ईसु केदो, वण-भरह्या अने टीनाळ्ळी पीड़ी ना माणहु! कारु लग तमारी ह़ाते रेही अने मे तमने कां लग वेठतो रेम? हीय्या सोरा ने मारीन्तां ली आवो।
अळतेण चेला एखलात ईसुन्तां आवीन पुछ्या, अमारी सी भुत काहा नी नीकळ्यो?