23 पण ईसु तीने कंय नी केदो। अने ईसु ना चेला ईसुन्तां आवीन वीन्ती कर्या, हीनी वात मानीन हीने वळाय दे, काहाके हीय्यी आड़ती-आड़ती अमारी पसळ आय री।
जत्यार ह़ांती टेमे ईसु ना चेला तीनीन्तां आवीन केदा, आहयो जागो ह़ुनकार से, अने दाहड़ु ढळ जेलु से। माणहु ने वळाय दे, अने आहया गाम मे जाय्न आह़फा वाटु खाणु वेचातु ली लेय।
तीहया परगणा नी कनानी जाती नी एक बयर आयी अने आड़ी-आड़ीन केवा बाज जी, “ए मालीक! दावुद नी अवल्यात! मारी पोर गीण कर। मारी सोरी ने भुत घण-जबर वेला पाड़ र्यो।”
पण ईसु केदो, भगवान मने ईस्रायली जाती ना माणहुन तां एतरोत मोकलो से, जे खोवायला गाडरान तेम से, अने भगवान गेथा सेटा हय जेला से।