20 आखा माणहु खाय्न आफरी ज्या, अने बचला रोट्ला ना टुकड़ा सी बारे चारली भराय ज्या।
चेला तीने केदा, आहयी उजाड़ी जागा मे आहया माणहु ने खवाड़वा करीन एतरा ढेरका रोट्ला कां गेथा लावया?
“जुगाळा से तीहया, जे धरमीपणा ना भुकला अने तरहेला से! काहाके भगवान तीमने नीरहा कर देहे।”
अने खाणु खावा वाळा मे, बयरा अने सोरा ने सोड़ीन पांच हजार अदमड़ा हता।