14 अने ईसु ढुंड्या मे गेथो उतर्यो, ता एक घणो मोटो माणहु नो मेळो देख्यो; अने तीने तीहया माणहु पोर दया आय जी, अने तीहयो जे मांदला हता तीमने आरगा कर्यो।
जत्यार ईसु गड़दी ने देख्यो ता ईसु तीमनी पोर दया कर्यो, काहाके तीहया तीना गाडरान तेवा हता, तीमनो कोय गुवाळ्यो नी हतो, घबरायला हता अने भटकी जेला हता।
ईसु गलील जीला मे फीरतो जाय्न भगवान ना भक्ती ना घोरु मे ह़ीकापण आप्तो र्यो, अने भगवान ना राज नी खुस-खबर परच्यार करतो र्यो। अने माणहु नी आखी भाती नी मंदवाड़ अने लुलखाय सेटी करीन आरगो कर्यो।
जत्यार ह़ांती टेमे ईसु ना चेला तीनीन्तां आवीन केदा, आहयो जागो ह़ुनकार से, अने दाहड़ु ढळ जेलु से। माणहु ने वळाय दे, अने आहया गाम मे जाय्न आह़फा वाटु खाणु वेचातु ली लेय।