56 अने ह़ु आखा बेनेह आपणी वच मे नी रेय? अळी आने आहयी आखी अक्कल अने जोर कां गेथो जड़्यो?”
आनीन करता तीहयो ठोकर खादो, पण ईसु तीने केदो, “भगवान वगे गेथी वात करन्यो माणेह नी ईज्जत तीना गाम ने अने घोरन्या ने सोड़ीन आखी जागे हये।”