43 तीना वारा मे धरमी माणहु आह़फा ना बाह ना राज मे दाड़ान तेम भबळहे। जीना कान्टा हय तीहयो ह़मळी लेय।”
जीना कान्टा हय, तीहयो ह़मळी लेय।
ता राजो आह़फा ना जमणी धेड़े वाळा माणहु ने केहे, “ए मारा बाह ना जुगाळा माणहु! आवो, अने तीहया राज ना हकदार्या बणो, जे सुरु गेथु तमारी करते तीयार करलु से;
मे तमने केम, हमणे गेथो जत्यार लग मारा बाह ना राज मे तमारी ह़ाते नवला अंगुर नो रोह नी पी लेम, तांह तक मे आहयु अंगुर नु नवलु रोह कदी नी पीम।”
मे नांगरलो हतो, अने तमु मने लुगड़ा पेराया मे मांदलो हतो, अने तमु मारा खबर्या आया; मे जेल मे हतो, अने तमु मने मळवा आया।”