37 ईसु तीमने केदो, “वारलु बीज वेरन्यो कीरसाण, मनख्या नो सोरो से;
मनख्या नो सोरो ह़रगदुत ने मोकलहे अने तीहया तीना राज मे गेथा आखा पाप करन्या ने अने गलत काम करन्या माणहु ने भेळा करहे,
एतरे पावर्या मालीक ना घोर आवीन मालीक ने केदा, “मालीक तु तारा खेतर मे वारलु बीज नी वेर्यो ह़ु? ता तीनी मे जंगली बीज कीकम उग आया?”
ईसु तीमनी अगळ एक अळी दाखलो केदो, “ह़रग नु राज तीहया माणेह नु ह़रकु से, जे आह़फा ना खेतर मे वारलु बीज वेर्यो।
जे तमारु आव-भाव करे, तीहयो मारो आव-भाव करे, अने जे मारो आव-भाव करे, तीहयो तने मोकलन्या नो आव-भाव करे।
ईसु तीने केदो, लेंड्या जुगु रेवा करीन तीमना दोर से अने ह़रग ना चड़ा जुगु तीमना पोतरा से, पण मनख्या ना सोरा जुगु मुंडु मेलवा लग जागो नी हय।
वाव्ता-वाव्ता मे थोड़ाक बीज वाट धेड़े पड़्या, अने चड़ा आवीन तीने खाय ज्या।