21 पण तीनी मे मुळ्या उंडा नी हयवा सी तीहयो थोड़ाक दाड़ा लग भरहो करे, पण भगवान ना बोल नी लेदे तीनी पोर दुख अने वेला आय पड़े, ता तीहयो तत्यारुत भरहो सोड़ देय।
मारा नाम ना कारण आखा माणहु तमारी सी ह़ीगी करहे, पण जे मरते लग गम खाहे, तीमने छुटकारो जड़हे।
अने जुगाळो से तीहयो, जे मारी कारण सी ठोकर नी खाय?”
चाफर्या वाळी जागा मे वाळा बीज तीहया माणेह नी सेलाणी से: तीहयो भगवान नो बोल ह़मळतेत खुस हय्न मानीन आवरे;
आनीन करता तीहयो ठोकर खादो, पण ईसु तीने केदो, “भगवान वगे गेथी वात करन्यो माणेह नी ईज्जत तीना गाम ने अने घोरन्या ने सोड़ीन आखी जागे हये।”
एतरे दाहड़ु उगीन तोप लाग्यो ता तीहयु धान चीमाय्न ह़ुक ज्यु।
बाखीन जे आखरी लग दम धरहे, तीनेत छुटकारो जड़हे।
तीहयी टेमे ईसु तीमने केदो, “आज रातेत तमारो आखा नो भरहो मार पोर नी रेय। काहाके खरली सास्तर मे आहयु लीखलु से: मे गुवाळ्या ने मार नाखही, अने गाडरा नो टोळो रीवण्या-तीवण्या हय जहे,
एतरा मे पतरस ईसु ने केदो, “भले, आखा तार पोर गेथा भरहो सोड़ देय, पण मे कदी नी सोड़ु।”