20 चाफर्या वाळी जागा मे वाळा बीज तीहया माणेह नी सेलाणी से: तीहयो भगवान नो बोल ह़मळतेत खुस हय्न मानीन आवरे;
काहाके जे कोय मांगे, तीने आपे; अने जे ह़ोदे, तीने जड़े; अने जे झापलु ठोके, तीनी जुगु झापलु उगाड़हे।
बीज वाव्वा नी टेमे जे बीज वाट धेड़े पड़्या, तीहया आहयी सेलाणी देखाड़े के कदीम कोय भगवान ना राज ना बोल ह़मळे, बाखीन ह़मजे नी, ता तीना मन मे जे वेरायलु से, तीने कुहर्यो भुतड़ो आवीन लीत्ती रेय।
पण तीनी मे मुळ्या उंडा नी हयवा सी तीहयो थोड़ाक दाड़ा लग भरहो करे, पण भगवान ना बोल नी लेदे तीनी पोर दुख अने वेला आय पड़े, ता तीहयो तत्यारुत भरहो सोड़ देय।