7 कदीम तमु सास्तर मे लीखली आहयी वात ह़मजी जता के ‘मे माणहु मे गीण देखवा हींडु, जानवरु ने मारीन बादा नी जोवती’ ता वण-गुनाळ्ळा ने गुनाळ्ळा नी ठेरावता।
ईसु तीमने जपाप आप्यो, “तमु चोखली सास्तर अने भगवान नी सक्ती ने नी जाणता; आना कारण सी भुल मे पड़ र्या।
एतरे जाय्न चोखली सास्तर मे लीखली आहयी वात ने ह़ीक लेवो के मने बादा नी जोवती, पण गीण जोय री ईनु मतलब ह़ु से, काहाके मे धरमी माणहु ने नी, पण पापी माणहु ने बोलाव्वा आवलो से।