50 काहाके जे कोय मारा ह़रग वाळा बाह नी मरजीन अनसारे जीवे, तीहयोन-तीहयो मारो भाय, अने मारी बेनेह, अने मारी आय्ह़ से।”
तत्यार ईसु तीमने केदो, “ना बीहो; मारा भायु सी जाय्न केवो के गलील मे जत रेय तां मने देख्हु।”
आहयु ह़मळीन राजो आहयो जपाप आपहे, “मे तमने ह़ाचलीन केम, तमु मारा आहया भायु मे काना नान्ला भाय जुगु बी, जे कंय कर्या, तीहयु मारी जुगु करला से।”
तीहयो केवात बाज र्यो हतो तीहयीत टेमे पपलत्लु वादळु आवीन तीमने ढाक लेदु अने ह़रग मे गेथी आसम अवाज आवी, आहयोत मारो मोंगाळ्ळो सोरो से। मे आनी पोर घणो खुस से, आनीत वात ह़मळो!
ता तीहयो तीमने जपाप आपहे, “मे तमने ह़ाचलीन केम, जे कंय तमु मारा आहया नान्ला गेथा बी नान्ला मेना एक जुगु बी नी कर्या, तीहयु मारी जुगु बी नी कर्या मुजुक से।
अने आह़फा ना चेला भणी हात नो अनसारो करीन तीहयो केदो, “देखो! आहया से मारा भाय अने मारी आय्ह़!
तीहयात दाड़े ईसु घोर मे गेथो नीकळीन दर्या धेड़े जीन बह ज्यो।