40 जीसम योना तीन दाड़ा मे अने तीन रात मे राकस माछला ना पेट मे रेलो, तेमेत मनख्या नो सोरो धरती मे रेहे।
काहाके मनख्या नो सोरो अराम ना दाड़ा नो मालीक से।”
तीहयी टेमे गेथो ईसु आह़फा ना चेला ने आहयु ह़मजाड़वा बाज ज्यो के मने यरुसलेम जवा नु से; तां डायला पुडारी, अने भगवान ना डायला पुंजारा, अने युहदी धरम ह़ीकाड़न्या मने वेला पाड़हे अने मने मार नाख्हे। पण मे तीसरा दाड़े पासो जीवतो हय जही।
तीहयो तीने मार नाखहे, पण तीहयो तीसरा दाड़े जीवतो हय जहे। आहयु ह़मळीन चेला घणा दुखी हय ज्या।
अने ईसम केता हता, “ए मंदीर ने ह़ुदारवा वाळा अने तीन दाड़ा मे तीने पासो बणाव्वा वाळा। कदी तु भगवान नो बेटो हय ता, आह़फा ने बचाड़, अने कुरुस पोर गेथो उतरीन आव।”
तीहयो आञे नी हय, पण आह़फा बोलु नी अनसारे जीवतो हयलो से। आवो, आहयो जागो देखो, जां ईसु मालीक ने मेकला हतो,
ईसु तीने केदो, लेंड्या जुगु रेवा करीन तीमना दोर से अने ह़रग ना चड़ा जुगु तीमना पोतरा से, पण मनख्या ना सोरा जुगु मुंडु मेलवा लग जागो नी हय।