30 “जे मारी ह़ाते नी हय, तीहयो मारा वीरोद मे से, अने जे मारी ह़ाते भगवान गेथा सेटा हयला माणहु ने भेळा नी करे, तीहयो तीमने रीवण्या-तीवण्या कर र्यो।”
काना बी माणेह ने बे मालीक नी चाकरी नी कराये; काहाके तीहयो एक मालीक सी ह़ीगी करहे अने बीजा मालीक ने मोंग करहे; नीता एक मालीक ह़ाते मेळीन रेहे अने बीजा मालीक नो वाक काडहे। तमने भगवान नी अने धन-दवलत नी बेम नी सेवा नी कराये।
कोय बी माणेह काना बी जोर वाळा माणेह ना घोर मे भराय्न ह़मान नी लुट सके जत्यार तक तीहया ते जोर वाळा माणेह ने बांद नी लेय। अने जत्यार तीहयो ते जोर वाळा ने बांद लेय, तत्यार तीहयो तीना घोर मे भराय्न ह़मान लुट सके।