बीज वाव्वा नी टेमे जे बीज वाट धेड़े पड़्या, तीहया आहयी सेलाणी देखाड़े के कदीम कोय भगवान ना राज ना बोल ह़मळे, बाखीन ह़मजे नी, ता तीना मन मे जे वेरायलु से, तीने कुहर्यो भुतड़ो आवीन लीत्ती रेय।
तत्यार ईसु भुतड़ा ने केदो, “ए भुतड़ा, सेटो हय जा! काहाके चोखली सास्तर मे लीखलु से, तमु आह़फा ना मालीक भगवान ने वांद्या करो, अने नीस्ती तीनीत सेवा करो।”