22 अळतेण माणहु एक आंदळा माणेह ने ईसुन्तां लाया, तीहयु गुंगु बी हतु। अने भुत लागलु हतु। ईसु तीने आरगो कर्यो। अने तीहयो बोलवा अने देखवा बाज ज्यो।
अने आखा सीरीया देस मे ईसु नी खबर फेल जी। माणहु फेपराळा माणहु ने, लखवा हयला माणहु ने अने एवा कंय भाती ना मंदवाड़ वाळा ने दुख मे पड़ला माणहु ने अने भुत लागला माणहु ने ईसुन्तां लावता हता अने तीहया आखा ने आरगा करतो हतो।