17 आहयु एतरे हयु के भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु यसाया नी लारे जे मालीक केदलो हतो, तीहयु पुरु हये:
बाखीन तीहयो तीमने आहयु कीन चेतावतो हतो के “तमु मारु नाम लीन बीजा माणहु अगळ उजन्तो नी करजो।”
आहयो मारो चाकर्यो से, आने मे टाळलो से; आहयो मारो घणो मोंगाळ्ळो से, मे आनी पोर घणो खुस से। मे आनी मे मारी आत्मा भर देही। अने आहयो आखा देस ना माणहु ने ह़ाचलीन नीयाव नी खुस-खबर करहे।
भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु नी लारे जे केदलु तीहयु पुरु करवा नी करतेत ईसु दाखला नी लारे वात करतो हतो: जेम भगवान केदलो, मे दाखलो केवा करीन मारु मोडु उगाड़ह़ी; अने कळ घड़ायली तां गेथा पेल्ना वारा नी ह़तायली वात उजन्ती करही।
आहयु आनीन करते ईसम हयु के भगवान भणी गेथो केण्या नु आहयु केवा नु पुरु हय जाय:
भगवान वगे गेथी वात केण्या यसाया नी वात पुरी करवा करीन आहयु आखु हयु, तीहयो आखु लीखलो हतो: तीहयो अमारी आखी लुलखाय ने झेल लेदो, अने अमारी मंदवाड़ ने सेटी कर देदो।