29 मारो वळो आह़फा पोर मेक लेवो अने मार सी ह़ीको, काहाके मे नीचळो अने मन मे गरीब से। अने तमु तमारा मन मे अराम हात करहु,
तीहयो केवात बाज र्यो हतो तीहयीत टेमे पपलत्लु वादळु आवीन तीमने ढाक लेदु अने ह़रग मे गेथी आसम अवाज आवी, आहयोत मारो मोंगाळ्ळो सोरो से। मे आनी पोर घणो खुस से, आनीत वात ह़मळो!
“सीयोन ह़ेर मे रेवा वाळा माणहु ने केवो, देख, तारो राजा तारीन्तां आव्वा बाज र्यो; तीहयो नीचळो से, तीहयो गदड़ु पोर बह र्यो; हाव, गदड़ु नु बच्चु पोर बह र्यो।”
अने तीमने आखी वातु जे मे तमने हुकम आप्लो से, मानवा ह़ीकाड़ो: अने देखो, मे कळी ना आकरी लग सदा तमारी ह़ाते से।”
जे मारी आहयी वात ने ह़मळीन तीनीन तेम जीवे, तीहयो तीना ह़मजदार माणेह ने तेम से, जे आह़फा नु घोर चाफर्या पोर वारु पायो खोदीन बणायो।