32 “जे मने माणहु अगळ मान लेहे। तीने मे बी मारा ह़रग वाळा बाह अगळ मान लेही।
ता राजो आह़फा ना जमणी धेड़े वाळा माणहु ने केहे, “ए मारा बाह ना जुगाळा माणहु! आवो, अने तीहया राज ना हकदार्या बणो, जे सुरु गेथु तमारी करते तीयार करलु से;