22 आहयु आखु आनीन करते हयु के जे बोल मालीक, भगवान वगे गेथी वात केण्या नी लारे केदलो, पुरो हये:
आहयु एतरे हयु के भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु यसाया नी लारे जे मालीक केदलो हतो, तीहयु पुरु हये:
पण तीनी मे मुळ्या उंडा नी हयवा सी तीहयो थोड़ाक दाड़ा लग भरहो करे, पण भगवान ना बोल नी लेदे तीनी पोर दुख अने वेला आय पड़े, ता तीहयो तत्यारुत भरहो सोड़ देय।
भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु नी लारे जे केदलु तीहयु पुरु करवा नी करतेत ईसु दाखला नी लारे वात करतो हतो: जेम भगवान केदलो, मे दाखलो केवा करीन मारु मोडु उगाड़ह़ी; अने कळ घड़ायली तां गेथा पेल्ना वारा नी ह़तायली वात उजन्ती करही।
तीहयो हेरोद राजा ने मरते लगण युसुफ मरीयम अने सोरु ह़ाते मीसर देस मेत र्यो, अळतेण मालीक भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु नी लारे केदली वात पुरी हये, “मे मारा सोरा ने मीसर देस मे गेथो बोलायो।”
अने नासरत नाम ना गाम मे जाय्न रेवा बाज ज्यो, काहाके तीहयो बोल पुरो हये, जे भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु नी लारे केदलो हतो: “तीहयो नासरी केवायहे।”
तमु ईसम ना ह़मजो के मुसान लीखली सास्तर ने अने भगवान वगे गेथा केण्या माणहुन सास्तर ने खत्तम करवा आवलो। मे तीमने खत्तम नी, बाखीन पुरी करवा आवलो से।
भगवान वगे गेथी वात केण्या यसाया नी वात पुरी करवा करीन आहयु आखु हयु, तीहयो आखु लीखलो हतो: तीहयो अमारी आखी लुलखाय ने झेल लेदो, अने अमारी मंदवाड़ ने सेटी कर देदो।