2 काय माहु मोटलो दुख हे, एने मारो मोन जेलेम दुखते रीथे,
2 कि माहु मोठू शोक हि, एने मारा मोन सदा दु; खत रेणेन,
एय बाय बोणहा, मारा मोनान अबिलाषा एने तान केरता बोगवाना से मारी विन्ता हे काय ताह सुटकारो जुड़ी।
मी मसी माय खेरीच केथु, मी जुठ नाह बुलेत एने मारो मोन बी चोखाला जीवाम गोवाय दिथे
काहाकाय मी न्या वोर होदतालो काय मारा बायाख ने केरता जा सेरीरान गेत मारा गेरल्या हेते, मी सोतास मसी रेन आलेग एय जातो।
काहाकाय होवटास हेते, जा इहकेरीन जीवतेह, जान वात मी तुमूह जाहार ताहार किरेल हे, एने एवी बी रेड़ी रेड़ीन केथु काय ता सोतान बोलनो चालना केरीन मसीन खुरूसखाम ने विरोदी हेते।
मी मारा दुय गोवाह पुरी ताकेत आपुह, एने ता एक एजार दुय होव साठ दिह वोर जाणाव केरती, ता गोंटान गेत फाड़का पिरील रेती जाह दुख देखाड़नेन केरता फांगेरनु।”