21 ता खुन, जादु जादुटोणा, सिनालो एने चोरी केरने से मोन नाह फिराया।
21 एने जा हत्या, एने चेटके, एने व्यभिचार, एने चोरी, तास केरील एती, तास मोन नाहं फिरीविलो एता.
काहाकाय खाराब विचार, खुन, चोरी, सिनालो, दिहरा सिनालाम फासाड़ने, जुठो पुरावो, एने चिहटा मोना माय रेन निकेलने।
एने ओहलो नाय एय काय मार बोगवान माहु पुशो तुमरी न्या आवणेन केरता माहु पोर दाबाव टाकी, एने माहु पोशो दुख मोणावणे पोड़ी जा पेल पाप किरेल एता, एने खाराब कामे, सिनालो एने हावुस जो ता केरतेह, मोन नाह फिराया।
मुरती पुजा, जादुटोणा, दुसमोनाय, राड़, कुयराणे, राग, स्वार्थीपोण, फुट, विदर्म,
तो दिहरो जेनवेर मोट मोठा चोमेत्कार देखाड़तालो; एने न्या वोर काय माणहान ओंगाण जुगाम रेन देरती पोर आक्ठो पाड़ देतालो।
ताह जेनवेरान मुरती माय जीव टाकणेन आदिकार आपेल एतो काय मुरती बोलने बाज जाय, एने जोला बी माणहे ता जेनवेरान मुरतीन आरादना नाय केरी, ताह माराव देय।
ताह ज्यो बी हक आपेल एतो काय बोगवानान माणहान विरोद माय लेड़ाय केरी एने ता पोर जिक हासील केरी, एने ताह एकेक गेराणो, माणहे, आलेग आलेग बाषा, एने आखा देस पोर आदिकार आपेल एतो।
तेवी ज्यान पासाण एक उंजु हेरोगदुत ज्यो कितेन आवो, “पोड़ गीयो! तो मोटलो बाबिलोन पोड़ गीयो! जो तान खाराब कामान दारो आखा देसाह पिवाड़ील एतो!”
ता चोखाला माणहान एने जाणकारान लुय वोयाड़ेल हेते, केरीन तु न्यायी हे एने न्याह पिणेन केरता लुय आपेल हे। काहाकाय ता ज्यीस लायकीन हेते!”
ज्यी हेऱ्या दुनियान राजा सिनालो किरेल एता, एने दुनियान माणहे तीन सिनालान दारा केरीन खोवाय जायेल एता।”
ती बायकु जामण्या एने रातला फाड़का पिर रियेल एती, एने ती होनान एने हिरामोतीन गेयणा माय हिंगराय रियेल एती, एने तीन आथा माय एक होनान सिंगुल ईतो। तो खाराब वोस्तु एने सिनालान एठा पोणा केरीन बोरायेल ईतो।
तीन निंडालो पोर ज्यो नाव लिखेल एतो: “मालमात, मोटलो बाबिलोन सिनालो केरनारान एने देरतीन खाराब वोस्तुन आहख।”
काहाकाय आखा देस तान दारो मतलब खाराब ने बियावी ओहली आदेतीह पियेल हेते। ज्यी देरतीन राजा ती हेऱ्या खाराब सिनालो किरेल हेते, एने देरतीन वेपारी तान हुख ने कारेण मालदार एती गीयाह।”
काहाकाय तान नियाव खीरलो एने ठिख हे! तो ती सिनालो केरनारीह जी तीन सिनाला केरीन आखी देरतीन माणहाह खाराब किरेल एती। बोगवान नियाव केरीन तान पावोर ने खुन ने बुदलो लियेल हे।”
पुण बिणाराह, अविश्वास केरनारे, खाराब काम केरनाराह, खुन केरनाराह, सिनालो केरनाराह, जादु केरनाराह, मुरतीह पुजा केरनाराह, एने जुठ बोलनारान ईसो ता जोवरा माय रेय, जो आक्ठो एने गंदक केरीन हेलेगती रिथे, ज्यी दुसरी मोत हे।”
पुण चिता एने जादु केरनारे, सिनालो केरनारे एने खुन केरनारे, मुरतीन पुजा केरनारे एने आखी बातीन जुठाह मोंग केरनारे एने जुठी वातु बाणावणारे, ता आखा हेयरान बाहेर रेती।
ज्यो देखीन बाकीन माणहे जा त्यु पिड़ा माय रेन वोचेल माणहे जा माराय नाह जायेल एता, ता तान आथा केरीन बाणायेल वोस्तु से मोन नाह फिराया। बुतड़ान एने होना चांदीन डेगड़ान, एने लाकड़ान पुजा केरने नाह सोड्या, ती मुरती नाह देख सिकेत, नाह होमेल सिकेह, नाह चाल सिकेत।