49 काहाकाय आखा माणहे आक्ठा केरीन चोखा केराय जाती, जीह केरीन बोलीह मीठा केरीन खारलो केरनु।
49 काहाकाय हर एक जाणान परिक्षा आग्ठा केरीन एय.
तुमू देरतीन मीठ हेते, केदी मीठान खारलो होवाद जात रेय, ते ता खारला होवादाह पोशो किहीक लाव सेकतेह। तो कायस कामान नाह रेत, पुण बाहेर टाक देणु एने माणहे ताह पाया बुंदे रोहदेल देणु।
जाहरी तान किड़ा केदी नाह मोरनु, एने आक्ठो केदी नाह ओलाणे।
“मीठ हाजो हे, पुण केदी मीठान खारलो होवाद जात रेय, ते ताह कायता केरीन पोशा खारलो किरहो? तुमरो जीवणो चोखो मीलो, एने एका दिहरा हेऱ्या सान्ती माय रिवो।”