44 जाहरी किड़ा नाह मोरनु, एने आक्ठो केदी नाह ओलाणे।
44 जाह तान किडू नाह मोरने एने आकठो नाह बुजणे.
तेवी तो डाखरे उगे वालाह केय, “एय हारापेल माणहे, मार ओंगाण रेन पोला जेलेमक्या आक्ठा माय जात रिवो, जो सैतान एने तान दुतान केरता तियार किरेल हे।
एने ज्या जेलेमक्यास डेंड बोगती, पुण खेरला माणहे जेलेमक्यास जीवाय माय पोच जाती।”
तान हुपड़ो तान आथाम हे, एने तान खोलाह हास केरीन साप केरी, एने गोवाह एक जागे मोटक्या माय टुलो केरी, पुण बुहटाह ता आक्ठा माय हेलगाड़ देय, जो जेलेम ओलाय नाय।”
केदी तारो आथ तुवाह पाप केरावतेय, ते ताह तोड़ दे। हाजो ज्य हे काय आथ पांगो एन हेरगाम जाणे तार केरता हाजो हे काय दुय आथ एन बी नेरगान आक्ठा माय टाकाय जाय, जाहरी आक्ठो केदी नाह ओलाणे।
केदी तारो पाय तुवाह पाप केरावतेय, ते ताह तोड़ दे! लेंगड़ो एन हेरगाम जाणे तार केरता हाजो ज्य हे काय दुय पाय एन बी नेरगान आक्ठो माय टाकाय जाय।
जाहरी तान किड़ा केदी नाह मोरनु, एने आक्ठो केदी नाह ओलाणे।
ओहला माणहे मालीक ने ओंगाण रेन एने तान ताकेतीन तेजाह रेन सेटा एन जेलेमक्या खेतेमान डेंड होद्ती।
एने ता बोगवानान रागान दारो पिय, ओहली केड़ेक दारो जो बोगवानान वाटका माय बुणेल हे! ता माणहाह चोखाला हेरोगदुतान एने मेंड्रान ओंगाण हेलेगतालो आक्ठो, गंदक माय पिड़ा वेठणे पोड़ी।
तेवी सैतान जो ताह दोका माय मेलतालो आक्ठो एने गंदक ने जोवरा माय टाकाय गीयो, जा तो जेनवार एने जुठा जाणकार हेते; ता कायेम ताहरी रात ने दिह पिड़ा माय वेला केरती।
एने जा बी माणहान नाव जीवणान पुस्तेक माय लिखेल नाह जुड़नो, ता माणहे आक्ठान जोवरा माय टाकाय गीया।
पुण बिणाराह, अविश्वास केरनारे, खाराब काम केरनाराह, खुन केरनाराह, सिनालो केरनाराह, जादु केरनाराह, मुरतीह पुजा केरनाराह, एने जुठ बोलनारान ईसो ता जोवरा माय रेय, जो आक्ठो एने गंदक केरीन हेलेगती रिथे, ज्यी दुसरी मोत हे।”