27 पुण यीशु ताह आथ देरीन उब रेणेन मोदेक किऱ्यो, एने तो उबरी गीयो।
27 पुण यीशु ने तान आथ देराव एने ताह उठाडील ल, एने तो उबरीनरेयव गीयो.
पुण जेवी आखा माणहाह बाहेर निकाल देना, ते यीशु सोरीह मिलेल ती जागे जाईन तीन आथ दिऱ्यो, एने ती जीव उठनी।
तेवी यीशु जाईन तीन आथ दिऱ्यो, एने तुलेचबूखे तीन हेरी उतेर गीयो, एने ती उठीन यीशु एने तान चेलान सेवा चाकरी केरने बाज गियी।
यीशु ता पोर गीण केरीन आथ ओंगाण केरीन ताह सापलीन केयो, “मारी मोरजी हे काय तु हुदेर जाय!”
एने तो सोरीन आथ देरीन तीह केयो, “तलीता कुमी,” तान मतलब हे, “एय आतली सोरी, मी तुवाह केथु उठ!”
यीशु ता आंदला माणहान आथ देरीन गावान बाहेर ली गीयो। ओवतो तान डोला पोर थुप्यो एने आथ मेलीन ताह फुशो, “काय तुवाह काह देखाह?”
तेवी बुतड़ो आयड़ीन ताह जुलूम मोहदेलीन निकेल गीयो, एने तो सोरो मुरेल ने गेत एय गीयो, एने आखा माणहे केया, “सोरो मोर जायेल हे!”
जेवी यीशु गेराम आवो, तेवी चेला कुवालाच जाईन ताह फुशा, “आमु बुतड़ाह बाहेर काहा नाह काड़ सेक्या?”
तेवी पलटनान आदिकारी तान आथ देरीन एने आलेग ली जाईन फुशो, “तु माहु काय केणे हुदेह?”
एने पतरस तान जीवड्यो आथ देरीन उठाड्यो। एने चालोच तान पाय एने मांडा माय ताकेत आव गियी;
ओवतो पतरस तीह ओंगाण आथ केरीन उठाड्यो, एने विश्वासी माणहाह एने रांडायल्युह हादिन त्युन सामने तीह जीवताली देखाड़ दिनो।