22 लोब, खाराब काम, खाराब देखणु, जुठ, चिहटा, मोठलाय, कोपेट एने फोगान गेत वातु केरावणे।
22 लोभ, दुष्ट पणा, निंदा, आल्युहू, हेव वो, जुलव हि गाळव, अहंकार मूर्खपणा.
काय ज्य हाजो नाह सोतो काय मी मार माला हेऱ्यो जो पोटी तो केरूह? काय मी हाजो रेह केरीन तु खाराब नेजेर केरीन दिखेह?”
एने केदी तार डुलो खाराब हे, ते तारो आखो सेरीर बी आंदारलो रेय; ज्यानकेरता काय तो उजालो जो तार माय हे केदी आंदारलो एय, ते तो आंदारलो कोलोक मोठो एय।
काहाकाय माणहान मोना माय रेन खाराब विचार आवतेह, जो ताह चोरी, खुन, सिनालो,
ज्यु आख्यु खाराब वातु माणहा माय रेन निकेलनु, एने माणहाह एठो केरने।”
तानकेरता आपु केल्पना माय एने एकेक मोठी वातुह, जी बोगवानान ओलखात ने विरोद माय उठीह, पाड़ देतेह; एने एकेक बावनाह कोंडीन मसीन उकुम माणनार बाणाव देतेह।
काहाकाय बोगवानान मोरजी ज्यी हे काय तुमू हाजो काम केरीन विणएकलीन वातु बोलनारा फोगा माणहान मुय बोंद केर दिहो।
तिहेच केरीन एय जुवान्या, तुमू बी डावालान ताबाम रिवो, एने तुमू आखान आखा एकमेकान सेवा केरनेन केरता गेरबोड़ाय से कोमेर बांदिन रिवो, “काहाकाय बोगवान गोमेंड केरनारान विरोद किरेह, पुण गेरब्या पोर गीण किरेह।”