4 एने पेरनेन टेम माय थोड़ाक दाणा वाटीन दिड़े पोड़ना, तेवी चीड़ा आवीन ताह खाय गीया।
4 एने तो पेरीन त येतो कांही भी वटव पुर पोडवएने चिडा आवीन तान भी खाइन गीया,
थोड़ाक माणहे वाटीन दिड़े पुड़ेल ता दाणान गेत हेते, जा बोगवानान राज ने वचन ते होमेलतेह, पुण वचन होमलीन बी नाह सोमेजते, काहाकाय तान मोना माय जो काय पेरायेल एतो। ता फाय रेन सैतान आवीन सांडाड़ ली जाथे। ज्या तास हेते जा वाटीन मीरे पेरायेल एता।
पेरने बुखेत थोड़ाक दाणा वाटीन दिड़े पोड़ना, ताह चीड़ा आवीन खाय गीया।
थोड़ाक माणहे वाटी पोर पुड़ेल दाणान गेत हेते; ता वचन ते होमेलतेह, पुण सैतान आवीन ता माय जो पेरायेल वचन एतो, ताह निकाल लिथे।
“हासकेरीन हुमलो! एक एदमी ईतो जो दाणा पेरनेन केरता गीयो।
एने थोड़ाक दाणा सापराट्या जागा माय पोड़ना, ताहरी दाणाह होवटो माटड्यो नाह जुड़नो, केरीन दाणा तुरुत उग गीया,
वाटीन दिड़े वाला दाणा ता हेते, जा वचन होमेलतेह, पुण सैतान आवीन तान मोना माय रेन वचन उखलीन ली जाथे, काहाकाय ओहलो नाय एय काय ताह बुरहो केरीन सुटकारो जुड़ी।
“एक पेरनार दाणा पेरने गीयो, पेरने बुखेत थोड़ाक दाणा वाटीन दिड़े पोड़ना, एने चेंदाय गीया, एने चीड़ा ताह खाय गीया।