35 काहाकाय जो कुण बोगवानान मोरजी पोर चाली, तोस मार बाहख, मार बोणीख एने मार आहख हे।”
35 जो कूण बोगवान इच्छेप्रमाणे चालीह तोच मारो बाहाक एने बोणिक, ताच मारा आहाक हि.”
जा माहु, “एय मालीक, एय मालीक केतेह,” ता माय रेन एक बी हेरगान राज माय जाय नाय सेकी, पुण तास जाय सेकती जा मारा हेरगावाला आबाख ने मोरजी पोर चालती।
जो कुण बोगवानान मोरजी पोर चालने होदि, ताहार तो ज्या हिकवोणान बाराम जाण जाय काय ज्यो बोगवानान उगे रेन हे, तो काय मी मार उगे रेन बाणावीन केथु।
माणहाह खुस केरनारान गेत देखाड़नेन केरता सेवा मा किरो, पुण मसीन पावोरान गेत मोन से बोगवानान मोरजी पोर चालो।
काहाकाय तुमूह दिर खाणो जोरवरी हे, काहाकाय बोगवानान आसाह पुरी केरीन तुमू वायदान फोल सापड़ावहो।
पुण जो माणुह सुटकारान खेरा कायदा पोर द्यान केरती रीथे, तो तान कामा माय ज्यानकेरीन बोरकेत लेय काय होमलीन विहेरने नाह पुण तोहलोस काम किरेह।
ज्यानकेरता काय तुमू तुमरा उगरेल जीवणाम रेन वोय माणहान मोरजीम नाह, पुण बोगवानान मोरजीन गेत जीवे।
दुनिया एने तान मोरजी दुयू खेतेम एते जाथे, पुण जो बोगवानान मोरजी पोर चालेह तो जेलेम बोणीन रेय।