28 “मी तुमूह खेरीच केथु काय माणहान आखा पाप एने चिहटा जा ता केरतेह माफ एय जाती।
28 मी तुमूह खेरिनच किथु का मानव सोराह आखा प्रकारान पापान एने निंदा केरील दुर्भाशनान क्षमा एय.
तेवी देरेमगुरू माय रेन थोड़ाक आपसा माय बोलाचाल केरीन केया, “ज्यो ते बोगवानान चिहटा किरेह।”
जो बी माणहान बेटाख ने विरोद माय काय बी केय, तान तो गुनो माफ एय जाय, पुण जो चोखाला जीवान विरोद माय गुनो केरी, तान गुनो माप नाय एय।
केदी एगदो तान बाय बोणहाह ओहलो पाप केरतालो देखीन जान फोल मोत नाय एय, ते विन्ती केरी, एने बोगवान तान तानकेरता जा ओहलो पाप किरेल हेते जान फोल मोत नाह सोती, जीवाय आपी। पाप ओहलो बी जान फोल मोत हे; तान बाराम मी विन्ती केरनेन केरता नाह केत।