36 इहकेरीन नाय एणे जुवे काय तो उचकाहुच आवीन तुमूह हुवताला आत केरी।
36 केध्दव इही वमां का उचकाहूस तो आवीन जाहू एने तुमूह हूवताला देखणार.
जेवी वोवड़ाह आवणेन वार लाग गियी, ते त्यु आख्यु जोपणे बाज गीयो, एने हुव गीयो।
जेवी यीशु पुशो आवो, तेवी तीन चेलाह हुवताला देखीन पतरसाह केयो, “एय शमोन तु हुवेह? काय तु एकताल बी जागतालो नाह रेय सिकेत।”
पुशो यीशु आवीन ताह हुवताला दिख्यो, काहाकाय ता निंद माय गाराय रियेल एता; एने नाह जाणताला काय, ताह काय जापाप आपज्यो।
“तानकेरता जोगवीन रिवो, तुमरो मोन साकवालो एन खुमारी माय नाय रेणु जुवे, एने जीवणान फिकरीह रेन मोंदड़ालो नाय एणे जुवे, नाहते ता दिह तुमरी पोर फासान गेत उचकाहुच आव जाती।
जेवी यीशु विन्ता केरीन उठ्यो एने तान चेला फाय गीयो, ते ता नाराज ने कारेण हुवणे बाजरियेल एता।
काहाकाय उजालो आख्यु वातु देखाड़ेह पुरी रिती से देखाणार चिज सोता उजालो बोण जाथे। तानकेरता तो किथे, “एय हुवणारे, जाग उठो एने मुरेल माय रेन जीव जावो, ते मसीन उजालो तुमू पोर चोमके।”