24 ता दिह्या माय ती पिड़ान पासाण दिह आदारलो एय जाय, एने चांद उजालो नाय आपी;
24 पुण ता दिहामाय ता दुखांमायबव, सूर्य काळ एय जाहू एने चांद आपणो उजालो आपण्यू नाहं.
पुण तुमू जोगवीन रिवो; दिखो, मी तुमूह आखी वातु पेलुच रेन केय दियेल हे।
पुण मालीकान दिह चोरान गेत आवी, ते दिह जुग मोटला गाजणा हेऱ्यो आरताय जाय, एने जुगान आख्यु वोस्तु हेलगीन खेतेम एय जाती, देरती एने ती माय वाल्यु आख्यु वातु आरताय जाती।
एने बोगवानान ता दिह्यान वाट किहकेरीन जोवणे जुवे, एने ताह उतवाल्योच आवणेन केरता किहीक कोसीत केरने जुवे, जान केरता जुग आक्ठा केरीन खेतेम केराय जाय, एने जुगान आख्यु वोस्तु ताताला केरीन पिगील जाती।
पुशो मी एक दोवल्यी मोटली राजगादि एने जो ती पोर बोह रियेल हे, ताह दिख्यो। तान ओंगाण रेन देरती एने जुग नाह गीया, एने तान पुतो वोर नाह चालनो।