3 पुशो तो नोव वासता, निकलीन, दिहरा माणहाह बाजाराम उदेड़ उबरियेल देख्यो।
3 ओवतो तो नोव वाजता बाहेर निकली आवो ते ताह बाजारामाय रिकामां उबरीयेल रीईल देखाना,
तो मोंजऱ्याह एक दिनार दिह्या पोर ठेरावीन, ताह तान अंगुरान वाड़ी माय मुकल्यो।
एने ताह केयो, “तुमू बी अंगुरान वाड़ी माय जावो, एने जो काय ठिक हे तो तुमूह आपुह।”
जेवी ता यीशुह खुरूसखाम पोर खीला ठोकीन चेड़ाया तुलबूखे वेगाच ने नोव वाज जायेल एता।
जेवी सोरीन मालक्या देख्या काय आमरी कामाईन आसा खेतेम एय जायेल हे, तेवी ता पौलुस एने सिलासाह देरीन गीहलीन माणहान चोवकी माय आदिकारीन सामने ली गीया।
जो तुमू सोमेजतेह, ज्या माणहे नेशा माय ना सोता; काहाकाय एवी ते वेगाच ने नोव वाज रेनाह।
ओवती ती गेर गेर फिरीन आलही एणेन हिकेह, एने आलही एणेन ओलीस नाह पुण बकबक केरती रीथे, एने दिहरान कामाम आथ टाकेह एने होबाय नाय ओहल्यु वातु किरेह।
आमरी ज्यी आसा नाह काय तुमू आलह्या बुणो, पुण ता माणहान गेत बुणो, जा बुरहो एने दिरी हेऱ्या ती वोस्तुह सापड़ावतेह, जान बोगवान वायदो किरेल ईतो।