10 ता ताराह देखीन ता जुलूम खुस एय गीया।
10 ता ताराह देखीन ताजुलूम आनंद एय गीयो.
एने ता आखा गेराम जाईन ता सोराह तान आईख ने खोलाम देख्या, एने ता पाया पोड़ीन ताह वोंद्या, एने जान तान जोलो उगाड़ीन ताह होनो, एने लोबान, एने मोग मोग गेंदाण्यो तेल बेट केऱ्या।
ता राजान वात होमलीन जात रेना, एने जा ताराह ता पुर्व माय दिखेल एता तोस तारो तान ओंगाण ओंगाण चालनो; एने जाहरी सोरो एतो, ता जागा पोर जाईन उबरेय गीयो।
तेवी हेरोगदुत ताह केयो, “बिवो मा! काहाकाय हुमलो, मी तुमूह मोटली खुसीन हाजाली खुबेर केथु, जी आखा माणहान केरता हे।
एने हेरोगदुत जिहकेरीन गोवालाह कियेल ईतो, एने तिहेच होमलीन एने देखीन बोगवानान बोड़ाय केरतीन आवतरना।