16 ओवतो यीशु ताह एक किस्सो केयो, “एक मालदारान खेता माय जुलूम मेर पाकनी।”
16 तास ताह एक वार्तामा केयेल: कूण एक श्रीमंत माणहान जोमनिह जुलुम पिक आवा.
पुण थोड़ाक दाणा हाजाली बुई माय पोड़ना, एने फोल लावा, काल्लाह होव मोण, काल्लाह साठ मोण, काल्लाह तीस मोण ओहलो फोल आवा,”
इहकेरीन तुमू तुमरा हेरगावाला आबाख ने सोरा केवाहो, काहाकाय तोच हाजाला एने बाकताला दुयू पोर तान दिह उगाड़ने, एने देरमी पापी दुयू पोर पाणी पाड़ने।
यीशु चेलाह केयो, “उशारी माय रिवो! एने आखी बातीन लालुच रेन वोचीन रिवो, काहाकाय कोलोक बी मालदेन काहा नाह रेत, ता माय खेरलो जीवणो नाय रेय।”
तो विचार केरने बाज गीयो, दाणा मेलनेन केरता मार फाय होवटो जागो नाय मीले ते मी काय केरू?
पुण तो जेलेम बोलायीन काम केरनेन द्वारे तान अस्तित्वाह प्रमाणीत केऱ्यो, तो तुमूह जुगाम रेन पाणी आप्यो एने रूतून गेत कामाय आप्यो तो तुमूह खाणो आपेह एने तुमरा मोनाह खुसी माय बोर दिथे।”