12 मी तुमूह खेरीच केथु, “नियाव ने दिह ता गावान डेंड सदोमाह रेन वोदार रेय।”
12 मी तुमूह किथु का, न्यायान दिह ता नगरान दशा से सदोमान दशा जादा सहने योग्य रेंय.
मी तुमूह खेरीच केथु, काय नियाव ने दिह ता हेयरान देशाह रेन सदोम एने अमोरान देसान देशाह होवटी वेठणेन लायेक रेय।
पुण मी तुवाह केथु काय नियाव ने दिह तारी देशाह रेन सदोम ने देशा जादा वेठाय ओहली रेय!”
एने ज्यी जागेन माणहे तुमरी वातु नाय होमेलती ताहार ता रेन चाल दिज्यो, एने तुमरा पायाम लेटकेल रेजड़ो जिटेक दिज्यो, काय तान केरता चेतावणी रेय!”