11 ता ते खेतेम एय जाती, पुण तु बोणीन रिहे; एने ता आखा फाड़कान गेत जुनाला एय जाती।
11 ते तर ऐन जाण्यांरेवू एय जाहू, पुण तू टिकीन रेहू; एने ता आखा फाडक होस जुनो एय जाहू,
जुग एने देरती टेल जाय, पुण मार वचन केदी नाय टेली।
एने ज्य वाक्य “एक वार पोशो” ज्यी वातुह देखाड़ीह काय जी वोस्तु आल जाथे, ती बुणेल वोस्तु हेत्यु तानकेरीन टेल जाती; काहाकाय जी वोस्तु आलेत नाह, मोजबुत बोणीन रेय।
ज्या वायदाह नोवालो किन तो पेल्ला वायदाह जुनालो केर दिनो, जो जुनालो एने जिर जाथे, तो पोशो जेल्दीच मिटाय जाय।
तो ज्यो केणे बाजरियेल एतो, “जो काय तु दिखेह, ताह पुस्तेक माय लिखते जा एने त्यु आसीयान सात मोंडल्यु: इफिसुस, समुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस, फिलादिलफिया, एने लोदिकिया फाय मुकेल दे।”
समुरना मायवाली मोंडलीह खुबेर पोचाड़नार हेरोगदुताह ज्यो लिख: “जो पिल्लो एने सीवल्यो हे, एने जो मोर जायेल ईतो, एवी जीवतालो एय जायेल हे, तान केणु ज्यो हे।
पुशो मी एक दोवल्यी मोटली राजगादि एने जो ती पोर बोह रियेल हे, ताह दिख्यो। तान ओंगाण रेन देरती एने जुग नाह गीया, एने तान पुतो वोर नाह चालनो।
ज्यान पासाण मी एक नोवालो जुग एने नोवाली देरतीह दिख्यो। काहाकाय पेल्लो जुग एने देरती आरताय जायेल एतो, एने देरीयो बी नाह रियेल एतो।