20 मुरती पुजा, जादुटोणा, दुसमोनाय, राड़, कुयराणे, राग, स्वार्थीपोण, फुट, विदर्म,
20 मूर्ती पूजा, जादू, वैर, लेडाणे, इर्षा, राग, विरोध, आकठो, विधर्म,
पुण जा माणहे स्वार्थी हेते एने खेरायीह नाह मानते, काहाकाय खाराब काम केर सेकती ओहला आखा माणहा पोर बोगवान तान राग टाकी।
काहाकाय बेदबाव बी तुमू माय एय, ज्यानकेरता काय जा माणहा तुमू माय खेरा हेते ता देखाय जाती।
तुमू ते सोमेजदार एन खुसी से फोगान वेठ लेतेह।
माहु बिय हे, ओहलो नाय एय काय मी आवीन जोहलो होदथु, तोहलोस तुमूह नाय देखु; एने माहु बी जोहलो तुमू नाह होदते, तोहलोस दिखहो; एने तुमू माय लेड़ाय, कुयराय, राग, विरोद, ईर्ष्या, चुगली, मोठाय एने लेड़ाय एय।
पुण केदी तुमू एका दिहराह दुख एने पोचाड़तेह दाता केरीन चावतेह एने फाड़ खातेह, ते चेकचेल्या रिवो काय एका दिहरान खेतेम नाय केर दिहो।
फुट पाड़णार माणहाह एक दुय वारीन सोमजाड़ीन ताह रेन आलेग रे।
पुण केदी तुमू आपणा आपणा मोना माय कोपेट, कुयराय एने विरोद मेलते एती, एने तुमरी एकली पोर मोठाय केरीन खेरायीन विरोद माय पाप मा किरहो।
जिहकेरीन पेल्ला कालाम माणहान विची माय जुठा जाणकार आयेल एता, तिहेच केरीन तुमरे माय बी जुठा हिकाड़नारे आवती। एने ता बोटेकणार जुठ्यु वातुह लावती, एने ता मालीकाह जो ताह सोड़ेव लियेल ईतो, एने इहकेरीन ता उतवाल्याह तान नासाह नेवता आपती।
जो कुण सोतान बायाख हेऱ्यो दुसमोनाय मिलेह, तो खुनी हे; एने एवी तुमू जाणतेह काय काल्ला बी खुनी माय जेलेमक्यी जीवाय नाह रेत।
पुण बिणाराह, अविश्वास केरनारे, खाराब काम केरनाराह, खुन केरनाराह, सिनालो केरनाराह, जादु केरनाराह, मुरतीह पुजा केरनाराह, एने जुठ बोलनारान ईसो ता जोवरा माय रेय, जो आक्ठो एने गंदक केरीन हेलेगती रिथे, ज्यी दुसरी मोत हे।”