9 एने ताहरी शाऊल तीन दिह वोर देख नाह सीक्यो, एने नाह खादो एने नाह पिदो।
9 ती दिह ताहवोर तो काय भी देखहुं शकील नाहं, एने काय भी खादो नाहं, एने काय भी पियली नाहं.
दमिश्क माय हनन्या नावान एक विश्वासी ईतो, ताह मालीक देरसेन माय केयो, “एय हनन्या!” तो जापाप आप्यो, “मी हाजीर हे, मालीक।”
तेवी शाऊल बुई पोर रेन उठनो, पुण जेवी डोला उगाड्यो ते ताह कायच देखानो नाह, एने तान हाती शाऊलान आथ देरीन दमिश्क माय ली गीया।