23 काहाकाय माहु मालुम हे काय तारो मोन माणायीन अन्याय माय फोस रेनोह।”
23 काहाकाय मी दिखेह कि तू पितसारखं मालूम एने अधर्मान बोन्दिमाय पुडील हि.”
यीशु ताह जापाप आप्यो, “मी तुमूह खेरीच केथु काय जो कुण पाप किरेह तो पापान पावोर हे।
आखी कड़वाहट, प्रकोप, राग, राड़, खाराब बोलने एने दुख पोचाड़नार वातु एने आखी बातीन खाराबपोणा माय निकाल दिवो।
काहाकाय आपु बी पेल विणएकल्या, एने उकुम नाह माणनारे, ब्रम माय पोड़ीन आलेग आलेग बातीन अबिलाषाम एने हुकान पावराय माय एता, एने बेदबाव, एने कुयराय केरनेम जीवन जीवताला, एने खाराब एता, एने एका दिहरा हेऱ्या दुसमोनाय केरताला।
हास केरीन देखती रिवो, ओहलो नाय एय काय कुण बी बोगवानान गीणीह रेन एंजाणल्यो रेय जाय, नाहते ईखेह मानलो मुल फुटीन तेकलीत देय, एने तान द्वारे मोकतास माणहे एठा एय जाती।
ता ताह सोड़ेवणेन केरता वायदो ते केतेह, पुण सोताच खाराब पोणान गुलाम हेते; काहाकाय जो माणुह जासे आर जाथे, तो तास ने गुलाम बोण जाथे।
काहाकाय जा हेरोगदुत पाप किरेल एता ताह बोगवान सोड्यो नाह, पुण ताह नेरगाम टाक दिनो, काहाकाय नियावान दिह्यान केरता आंदारला खाडाम हाकली केरीन बांदिन मीलेल हे;