9 एने मार हाती उजालो ते देख्या, पुण जो मार हिऱ्यो बोलतालो तान आवाज नाह होमल्या।
9 मारो हेरीच प्रकाश तर देखाणे, पुण जो मारहे-यो बोलीह एतो तान शब्द होमलील नाहं.
तेवी एय राजा, वाटे दोपान टेम माय जाणे बुखेत, मी जुगाम रेन मोटली उजेड़ एक उजेड़ मार एने मार हेऱ्या जाणारान कावदेन चोमेकतालो दिख्यो।
जा माणहे शाऊल हेऱ्या एता, ता ठावकाच रेय गीया; काहाकाय आवाज ते होमेलताला, पुण ताह कुणीस देखानो नाह।