6 ओहला माणहान केरता जो डेंड जा बायह्या माय रेन जुलूम जाणे ताह आपेल हेते, तो जुलूम हे।
6 ओहला मान्हाकेरीन हे शिक्षण जे बायाक हेर्यो पुष्कळांना आपील हि, जादा हि.
ज्यीच कारेण मी सिटो रेन बी तुमूह जी सोब वातु पेलुच रेन लेखणे बाजरिनोह, जेवी मी तुमू फाय आवुह; तेवी मालीक आपेल आदिकार ने वापेर कठोर बाव माय नाय केरने पोड़ी।
एने दिखो, जो दुख बोगवानान उगे रेन एनो, तुमरे माय कोलोक उत्साह, एने सोताह वोचाड़नेन आसा, एने राग, बिय, लालुस, खुसी, एने नियाव आपणेन विचार पायदा एनो? तुमू आखी बातीन ज्यो साबीत केरीन देखाड्यो काय तुमू ज्यी वातु से निर्दोस हेते।
एने पाप केरनाराह आखा माणहान ओंगाण सोमजाड़ दे, काहाकाय दिहरा माणहे बिते एने पाप नाय केरती।