20 एने पुशो, “मालीक इकेल वालान विचार जाणेह काय ता उदेड़ हेते।”
20 “प्रभु एने ओवतो ज्ञानवानाचे विचार मालूम हि ते वाया हेते.”
ता बोगवानाह जाणतेह पुण जो तान मान हे तो ताह नाह आपते, एने नाह दन्यवाद केरतेह। पुण तान जागे तान विचार पुरी रिती से एने तान ठाल्लो दिमाक आदारा माय बोराय जायेल हे।
चेकचेल्या रिवो, काय कुण बी तुमूह ता माणहान एकलीन फालतुक वातु केरीन दुको नाय देय एने गुलाम नाय बाणाव लेय, जा माणहान रिती एने दुनियान पेल्ली हिकवोणान गेत हे, पुण मसीन गेत नाह।