40 पुण आख्यु वातु माय चेतरायेह एने हास केरीन रूपा माय किरो।
40 पुण आखा वातू योग्य प्रकारे एने व्यवस्था नुसार केरील गीयी जुवी.
जीहे दिह्या होबा दिथे, तिहेच केरीन आपु हुतरी चाल चाले, नाह काय लीलाक्रिड़ा एने दारूड्यो पोणा माय, नाह सिनालो एने लुच्चाय माय, एने नाह राड़ एने कुयराय माय।
केदी एगदाह बुख लागतेय ते तान गेरूस रूटो खाईन आवी, ताकाय जेवी तुमू टुलो एतेह, ते डेंडान कारेण नाय एय, रियेल वातुह मी आवीन ठिक केरूह।
काहाकाय मी तुमूह रेन सेरीरा माय सिटो हे, पुण जीवाम तुमरी आहने हे, एने तुमरा हास केरीन जीवायीह एने तुमरा बोरहान, जो मसी माय हे, मोजबुत देखीन खुस एथु।
मी तुवाह क्रेते माय ज्यानकेरता मेलीन आयेल काय ज्यु वातु बाकी हेत्यु त्युह हुदारी, एने मार उकुमान गेत एक एक गावा माय डायडाया माणहाह निवाड़ेन मेली,