26 काहाकाय देरती एने तीन बोरपुरी बोगवानान हे।
26 “कारण पृथ्वी एने तान भरपूरही प्रभुन हि.”
पुण केदी एगदो तुमूह केय, “ज्यो ते मुरतीह चेड़ायेल वोस्तु हे, ते ता केणारान कारेण एने मोनान कारेण मा खाहो।”
काहाकाय बोगवानान द्वारा बाणायेल आखी चिज हाजी हे, एने काल्ली बी चिज नाकार केरनेन केरता बाणायेल नाह सोत्यु।
ज्या दुनियान देनी माणहाह उकुम आप काय गोमेंडी नाय बोणी एने चंचल देना पोर आसा नाय मेली, पुण बोगवाना पोर आसा मेली, जो आमरे हुकान केरता आखो मोकतोस आपेह।