31 तब यीसु की माय अर ओको भई आया, अर बहार खड़ा होका ओ ख बुलान भेज्यो।
31 तेबे हुनचो आया आउर हुनचो भाई ईला, आउर बाहरे उबा होऊन भाती हुनके हाग देऊक पठाला।
जब ओखा कुटुम्ब ख न असो सुनियो, ते वी ओखा पकड़न ख लाने निकलियो, काहेकि वी बोलत रह, ओको दिमाक ठिकाना म नी हाय
काहेकि वी असा बोलत रह की ओमन भूत प्रेत (बुरी आत्मा) समायो हैं,
भीड़ ओको आजू बाजू बठी हती, अर उन न ओसे कय्हो, “देख, तोरी माय अर तोरा भई बहिन तोखा बुलावा हैं।”