25 सुबेरो को बखत नव बजो रह, जब उन ना ओखा सूली पर चढ़ायो।
25 आउर गोठ पाहार दिन चेगुन जाऊ रली, जिदलदाय हुनमन हुनके कुरूस थाने चेगाला।
दोपहर से लेख तीन पहर तक उ पूरो देस म अन्धिरा छायो रयो।
दोपहर होते ही पुरो देस म अंधेरा सो हो गयो, अर तीसरो पहर तक हतो।
तीसरो पहर यीसु न बड़ी जोर से चिल्लाया ख कय्हो, “इलोई, इलोई, लबा सबक्तनी?” जोको मतलब यू हैं, “अरे मोरो परमेस्वर, अरे मोरो परमेस्वर, तुना मोखा काहे छोड़ दियो?”
लगभग दोपहर से तीसरो पहर तक पुरो देस म अन्धियारो छायो रहयो,
यू फसह की तैयारी को दिन हतो, अर छटवा घण्टा को लग भग हतो तब ओ ना यहूदी हुन से कही, “देखो तुमारो राजा!”
जसो तुम लोग समझत रह, यू लोग नसे म नी हैं, काहेकि अभी ते भुनसारो को नव बजिया हैं।