20 ओ न ओसे कही, अरे गुरू इन सब ख तो मी छुटपन से मानते आयो हैं।
20 हुन हुनचो ले बल्लो, “हे गुरू, ऐ सपाय के मय पिला बेरा ले मानते ऐयें से।”
उ जवान न ओसे कय्हो, “इन सब ख ते मी न मानो हैं; अब मोखा म कोन सी बात कि कम हैं?”
यीसु न ओखा ध्यान से देख ख ओसे प्रेम करियो; अर ओसे कही, “तो म एक बात कि कमी हैं। जा जे कुछ भी तोरो हैं ओखा बेच ख गरीब-लचार (कंगाल) हुन म बाट दा, अर तोखा स्वर्ग म धन मिल जाहे, अर आका मोरो पिछु हो जा”
पर ओ ना अपना तुम का धर्मी ठहरान की इच्छा से यीसु से पूछो, “ते मेरो पड़ोसी कऊन हैं?”
म ते नेम बिना पहले जीवित हतो, पर अब आदेस आई, ते पाप जिन्दो हो गयो, अर म मर गयो।
उत्साह को बारे म अदि कय्हो ते कलीसिया ख सताव वाला; अर नेम कि धार्मिकता का बारा म अदि कह ते बेकसूर हतो।
वी धरम को दिखावटी रूप को पालन ते करहे पर ओकी सक्ति ख नकार देहे। ओसे हमेसा दुर रहनु।