अर ओको नाम पूरो सीरिया देस म फैल गयो। अऊर इंसान हुन सब बीमार हुन ख जो कई प्रकार कि बीमारी म अऊर दुख म जकड़ियो हता, अर जेमा भूत-भात हता, अऊर मिर्गी वाला अऊर लकवा ख रोगी हुन ख ओको जोने लाया अऊर ओ ना उनका अच्छो करयो।
उ बखत कुछ लोग हुन खटिया पर पड़िया हुए लकवा को एक बीमार ख उनका नजीक लायो। उनको विस्वास देख ख यीसु न लकुवे को बीमार से कय्हो कि, “पोरिया धीरज रख तुमारो पाप माप होय गयो।”
ढ़ेर सारा इंसान हुन म से, जिनमा बुरी आत्मा समायो हतो रहा, वी बड़ी जोर से किलकारी मार ख बादर निकल ख अई रह। ढ़ेर सारा लकवा ख बीमार अर लंगडा अच्छो होत रहा।
जिन का मालिक विस्वासी हैं उन ख वी भई होन को कारन तुच्छ न जान, लेकिन उन की अर से सेवा करो, काहेकि इस से फायदा उठान वाला विस्वासी अर प्यारो हैं। उ बात की सिक्छा दियो कर अर समझाते रह।
पर अब से दास को जसो नी पर सेवक से भी बड ख, एको मतलब भई को जसो रहे, जो मोरो तो खास कर ख प्यारो दोस्त आय ही, पर अब सरीर म अर प्रभु म भी, तोरो भी खास कर ख जीगरी दोस्त होय!