12 जब यीसु न यू सुन्यो कि यूहन्ना पकड़ा गयो हैं, ते उ गलील प्रदेस ख चल दियो।
12 जिदलदाय ईशु ऐ सुनलो कि यूहन्ना बन्दी बनाया गेलोसे, तेबे हुन गलील परदेश ने जाते गेलो।
यूहन्ना न, जेल खाना म मसी को काम हुन की खबर सुनियो अर अपना चेला हुन से यू पूछन ख भेज्यो,
काहे कि हेरोदेस न अपनो भई फिलिप्पुस कि घर वाली हेरोदियास का कारन, यूहन्ना ख पकड़ ख बाँधो अऊर जेल घर म डाल दियो हतो।
यूहन्ना का पकड ख जेल खाना म ड़ाल दियो जानु को बाद प्रभु यीसु न गलील प्रदेस म आका परमेस्वर को राज को सुभ समाचार को प्रचार सुनायो,
हेरोदेस न अपनो भई फिलिप्पुस कि घर वाली हेरोदियास को लाने जो से ओ न बिहाव कर ली रह, अदमी हुन ख भेज ख यूहन्ना ख पकडवा ख जेल खाना म ड़ाल दियो रह जो यहूदी नेम को अनुसार चोक्खो नी हतो;
पर वी अर भी हिम्मत से बोलन लग गया, “यू गलील से लेखा यहाँ तक, पुरो यहूदिया म सिक्छा दे दे खा अदमी हुन ख उकसावा हैं।”
ते हेरोदेस न उनना सब से बढ़ ख यू बुरो काम कियो कि यूहन्ना ख जेल म ड़ाल दियो।
फिर यीसु आत्मा की सक्ति से भर हुओ, गलील प्रदेस ख लउटियो, अर ओकी चर्चा आसा-पास सारो देस म फैल गई।
फिर वी गलील के कफरनहूम नगर को गयो; अऊर छुट्टी को दिन लोग हुन ख सिक्छा दे रहे हतो।
दुसरो रोज यीसु न गलील परदेस जान ख सोचयो। ओकी मुलाकात फिलिप्पुस से भई। उनना ओसे बोल्यो, “मोरो पिच्छु आव।”
यीसु न अपनो यू पहिलो अदभुत चिन्ह गलील को काना सहर म दिखायो असो तरीका से ओ ना खुद ख उजागर करियो अर ओ ख चेला हुन न ओको पर भरोसा करयो।
यूहन्ना वा बखत लक जेल खाना म नी ड़ालो गयो रहा हतो।
फिर वी दो दिन को बाद उ ओमा से निकल ख गलील परदेस ख गयो,
यु यीसु को दुसरो चमत्कार चिन्ह हतो, जो उनना यहूदिया परदेस से आ ख गलील परदेस म दिखायो।