60 पर उ मिलो नी अगर बेजा से झूठे गवाह हुन का आयो आखरी म दो गवाह आँख कहे,
60 मान्तर खुबे असन झूठा गोहईमन चो ईलो थानले बले नी पावला। आखरी ने दुय झान ईला,
अर असी खरई पाई जानो चाहिए कि कोई ओखा बुरो नी बोल सका, जो से बैरी (विरोधी) हम पा कोई अरोप लगान को मऊका नी ढुढ ख सर्मीन्दो होय।
अर मन से भी सुध्द रख जो, एकोलाने कि जीन बात हुन का बारा म तुमारी बदनामी होय हैं उनके बारा म वी, जो मसी म तुमारो अच्छो चाल चलन की बेज्जती करह हैं, लज्जित हैं।