साऊल ओको मरन को संग सहमत हतो। उही दिन यरूसलेम को कलीसिया पर बड़ो मूसिबत आरम्भ भयो अर प्रेरित हुन का छोड़ सब क सब यहूदिया अर सामरिया देस हुन म तितर-बितर हो गयो।
कैदी हुन की असी सुधि लो कि मानो उन को संग तुम भी कैद म बंद होया होए, अर जेको संग बुरो बर्ताव कियो जावह हैं, ओकी भी यू समझ ख खबर लियो करो कि हमारो भी सरीर आय।